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ममतामयी माँ मदर टेरेसा 
ममतामयी,गरिमामयी  माँ का रूप थीं वो
सफेद साड़ी मैं लिपटी उजली सुबह -२ की धूप थीं वों 
स्नेहिल मुस्कान मुख पर लिए शांति की दूत थीं वो 
सर्वत्र प्यार का प्रसार करने वाली भगवान् की मूरत थीं वो 
निसहाय इंसानों, अनाथ बच्चों  की आश्रयदाता थीं वो 
किसी सत्ता,ऊँचे पदों, और लालच की ना मोहताज थीं वो 
इस दुनिया में इंसानियत की मिसाल थीं वो 
सही मायने में एक महान इंसान थीं वो 
हमारे धन्य-भाग्य  की भारत में बस गईं थीं वो 
भारत में रहने वाली अनमोल "भारत -रत्न" थीं वो 
भारत की ही नहीं सारी दुनिया की मदर थीं वो 
धरती माँ के समान सहनशील माँ मदर टेरेसा थीं वो 
ऐसी माँ को शत-शत नमन करती हूँ मैं 
उनकी महान आत्मा के लिए हर पल दुआ करती हूँ मैं

Comments

Unknown said…
प्यारी माँ, सच्ची माँ , ममतामयी माँ

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माँ की ममता एक बच्चे के जीवन की अमूल्य धरोहर होती है । माँ की ममता वो नींव का पत्थर होती है जिस पर एक बच्चे के भविष्य की ईमारत खड़ी होती है । बच्चे की ज़िन्दगी का पहला अहसास ही माँ की ममता होती है । उसका माँ से सिर्फ़ जनम का ही नही सांसों का नाता होता है । पहली साँस वो माँ की कोख में जब लेता है तभी से उसके जीवन की डोर माँ से बंध जाती है । माँ बच्चे के जीवन के संपूर्ण वि़कास का केन्द्र बिन्दु होती है । जीजाबाई जैसी माएँ ही देश को शिवाजी जैसे सपूत देती हैं । जैसे बच्चा एक अमूल्य निधि होता है वैसे ही माँ बच्चे के लिए प्यार की , सुख की वो छाँव होती है जिसके तले बच्चा ख़ुद को सुरक्षित महसूस करता है । सारे जहान के दुःख तकलीफ एक पल में काफूर हो जाते हैं जैसे ही बच्चा माँ की गोद में सिर रखता है ।माँ भगवान का बनाया वो तोहफा है जिसे बनाकर वो ख़ुद उस ममत्व को पाने के लिए स्वयं बच्चा बनकर पृथ्वी पर अवतरित होता है । एक बच्चे के लिए माँ और उसकी ममता का उसके जीवन में बहुत ही महत्त्वपूर्ण स्थान होता है । मगर हर बच्चे को माँ या उसकी ममता नसीब नही हो पाती । कुछ बच्चे जिनके सिर से माँ का