तेरा चेहरा मुझको याद नही पर,
तेरी गोद मुझे याद है माँ !
तेरा प्यार याद नही रहा पर ,
उसका एहसास मुझे याद है माँ !
तेरे दुध से जीवन दान मिला ,
पर उस दूध की खुशबु याद नही माँ !
मेरे दिल पर तेरा हक़ है पर ,
मेरे शरीर को तेरा साथ नही माँ !
जब पैदा हुई तो तेरा आगोश था ,
पर अब जीवन में वह आस नही माँ !
तुझसे मिलना न मुमकिन है पर ,
तेरी याद पर मेरा अख्तियार नही माँ !
जब चाहां निगाहें झुका कर देख ली ,
मेरे दिल में इक तस्वीर है माँ !
तुम बिन ये घर सूना है ,
सुने घर में एक भी चिराग नही माँ !
तेरी बगिया में इक फूल खिला था ,
आज उस पर वीरानी -सी छाई है माँ !
तस्वीर में ज़िंदा है तू मेरे लिए,
तक़दीर को क्या समझाऊ मैं माँ !
हर शे में तुझको ढूंढा मैंने ,
इस भीड़ में केसे पहचानू मैं माँ !
इस कंक्रीट के जंगल में धायल ,
कब से दोड़ रही हूँ मैं माँ !
लहू लुहान कब तक मैं दोडू ,
बस ,एक सहारा मिल जाता माँ !
तेरे ममता का आंचल मिल जाता माँ !
तेरे प्यार का सागर मिल जाता माँ !
इस किश्ती को साहिल मिल जाता माँ !
Comments
तेरी याद पर मेरा अख्तियार नही माँ !
बहुत ही गहरे उतरते शब्द ...भावपूर्ण प्रस्तुति ।
इस किश्ती को साहिल मिल जाता माँ !
isse badhker kuch nahi maa
जीवन के इस लम्बे सफ़र में जब भी कभी दुश्वारी आई
दिल से निकली हुई एक आवाज़ जो दिल को तडपाती है.
इस किश्ती को साहिल मिल जाता माँ !
nice post.
http://pyarimaan.blogspot.com/2011/03/blog-post_28.html
प्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है
कल (31-3-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट
देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर
अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।
http://charchamanch.blogspot.com/
आपकी पोस्ट ने दिल को छु लिया ..धन्यवाद
इस किश्ती को साहिल मिल जाता माँ !
तेरी याद पर मेरा अख्तियार नही माँ
भावपूर्ण प्रस्तुति
'mere armaan mere sapane ' par bhi aapka svaagat haae .
bahut hi mna ki ko andar tak bhigo gai aapki prastuti ..
sach hai maa jab kho jaati hai ti yski jagah koi bhar hi nahi sakat hai.bas maaki yaaden hi jeene ka sambal deti hai .main bhi is dard se hamesha hi gujarti rahti hun .bas yaad me akele me ro leti hun.
इस कंक्रीट के जंगल में धायल ,
कब से दोड़ रही हूँ मैं माँ !
लहू लुहान कब तक मैं दोडू ,
बस ,एक सहारा मिल जाता माँ !
तेरे ममता का आंचल मिल जाता माँ !
तेरे प्यार का सागर मिल जाता माँ !
इस किश्ती को साहिल मिल जाता माँ
bahut hi gahre utar jaane wali prastuti
badhai
poonam