ईरान में सात साल पहले एक लड़ाई में अब्दुल्ला का हत्यारा बलाल को सरेआम फांसी देने की तैयारी पूरी हो चुकी थी. इस दर्दनाक मंजर का गवाह बनने के लिए सैकड़ों का हुजूम जुट गया था. बलाल की आंखों पर पट्टी बांधी जा चुकी थी. गले में फांसी का फंदा भी लग चुका था. अब, अब्दुल्ला के परिवार वालों को दोषी के पैर के नीचे से कुर्सी हटाने का इंतजार था. तभी, अब्दुल्ला की मां बलाल के करीब गई और उसे एक थप्पड़ मारा. इसके साथ ही उन्होंने यह भी ऐलान कर दिया कि उन्होंने बलाल को माफ कर दिया है. इतना सुनते ही बलाल के घरवालों की आंखों में आंसू आ गए. बलाल और अब्दुल्ला की मां भी एक साथ फूट-फूटकर रोने लगीं.
बस एक माँ है जो मुझ से कभी ख़फ़ा नहीं होती